प्रदेशभर गुरुवार को दिन की शुरुआत बारिश के साथ हुई। कुछ जिलों में हल्की तो कुछ में भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को दिन भर तो शुक्रवार को भी कुछ इलाकों में बारिश का अनुमान है। इसके अलावा, कुछ जिलों भारी बारिश की भी चेतावनी दी गई है। वहीं गुड़गांव, फरीदाबाद, अम्बाला, सोनीपत में भारी बारिश की वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। एनसीआर इलाके में बारिश की वजह से सड़कें दरिया बन गई और रोड पर जाम लग गया।
इस बार नहीं लगी सावन की झड़ी
इस बार भी सावन की झड़ी नहीं लगी। प्रदेश में अगस्त में सामान्य से 52 फीसदी कम बरसात हुई है, ऐसे में खरीफ सीजन में फसलों की बिजाई भी पिछले साल के मुकाबले 20 हजार एकड़ तक पिछड़ गई है। पिछले साल अब तक 28.55 लाख हेक्टेयर में खरीफ बिजाई हो गई थी, जबकि इस बार यह आंकड़ा 28.47 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा है। यही हालात रहे तो धान सहित अन्य फसलों के लिए परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि, इन दिनों में उमस अधिक है और फसलों को पानी की जरूरत होती है। हालांकि बीच-बीच में बरसात हो रही है, लेकिन इतनी नहीं कि फसलें लबालब भर जाएं।
मौसम वैज्ञानिकों ने अगले तीन दिन बरसात की उम्मीद जताई है। मानसून सीजन यानी एक जून से 12 अगस्त तक करनाल में 520 एमएम बरसात हुई है जो सामान्य से 59 फीसदी अधिक है, कुरुक्षेत्र में 447 एमएम 40 फीसदी अधिक और कैथल में 408 एमएम यानी 86 फीसदी अधिक बरसात हुई है। अबकी बार प्रदेश में 30.56 लाख हेक्टेयर में फसलों की बिजाई खरीफ सीजन में होनी है, इसमें से 28.47 लाख हेक्टेयर में बिजाई हो चुकी है जो लक्ष्य का करीब 93 फीसदी है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News This day
