सूरत शहर में एक दिन में साढ़े 5 तो जिले के मांगरोल में 8 इंच बारिश हुई। तीसरी खाड़ी सीमाड़ा के भी ओवर फ्लो होने से बाढ़ के हालात बन गए। लिंबायत सहित चार इलाकों में सैकड़ों घर, बाजार, सड़कें, साेसाइटियां डूब गईं। वर्ष 2006 के साल बाद पहली बार ऐसे हालात बने हैं। मीठी खाड़ी शुक्रवार को 14 साल बाद 9 मीटर के ऊपर बही। 270 लोगों को रेस्क्यू कर 752 को स्थानांतरित करना पड़ा।
12 स्टेट हाइवे सहित 225 रास्ते बंद
प्रदेश के 193 तहसील क्षेत्रोें में मध्यम से भारी बारिश से 12 स्टेट हाइवे सहित 225 रास्ते बंद हो गए। सूरत, वडोदरा हाइवे पर भी 12 से 15 किमी लंबा जाम लगा था। राज्य की 8 नदियां उफान पर हैं। सौराष्ट्र में 8 इंच तक बारिश हुई है। सुरेंद्रनगर का धोली धजा डैम छलक गया। एनडीआरएफ की 13 टीमें अलर्ट हैं। आणंद में 13 इंच बारिश हुई। उकाई डैम के 22 में से 14 गेट डेढ़ से 5 फीट तक खोले गए। अगले 72 घंटे के लिए भी अलर्ट।
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